🌟 अमेरिका और इज़राइल ने आधिकारिक रूप से यूनेस्को छोड़ने का निर्णय लिया l 🌟
हाल ही में, अमेरिका और इज़राइल आधिकारिक तौर पर 01 जनवरी 2019 को संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) से अलग हो गए हैं। दोनों देशों ने यूनेस्को से अलग होने की प्रक्रिया लगभग एक वर्ष पहले शुरू की थी। दोनों देशों का आरोप है कि यूनेस्को इज़राइल के खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रस्त है। अमेरिका और इज़राइल का यूनेस्को से अब अलग होना महज प्रक्रियाओं से जुड़ा मामला है, लेकिन फिर भी इसे वैश्विक संगठन के लिए झटका माना जा रहा है। गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्थापित किए गए यूनेस्को के संस्थापक देशों में अमेरिका भी शामिल रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने यूनेस्को से अलग होने के लिए अक्टूबर 2017 में नोटिस दाखिल किया था। इसके बाद इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी यूनेस्को से अलग होने का नोटिस दे दिया था। अमेरिका ने यूनेस्को में बुनियादी सुधार की मांग की है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के यूनेस्को से अलग होने का इस संगठन पर वित्तीय प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि वह 2011 से ही धनराशि में कटौती से जूझ रहा है।
🌟 मशहूर अभिनेता कादर खान का निधन l 🌟
हाल ही में, भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता और लेखक कादर खान का 01 जनवरी 2019 को निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। कादर खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे l
🌟 चीन बना चंद्रमा की दूसरी ओर यान उतारने वाला दुनिया का पहला देश I 🌟
हाल ही में, चीन ने चांद के अनदेखे हिस्से पर दुनिया का पहला अंतरिक्ष यान उतारने में सफलता हासिल की है। उसके अनदेखे हिस्से का अध्ययन करने के लिए पहली बार कोई मिशन लांच किया गया है। यह उपलब्धि अंतरिक्ष में सुपरपावर बनने की दिशा में चीन के बढ़ते कदम की गवाह है। चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) ने घोषणा की कि यान चांग ई-4 ने चंद्रमा की दूसरी ओर की सतह को छुआ। चांद के इस हिस्से को डार्क साइड भी कहा जाता है। चांग ई-4 का प्रक्षेपण शिचांग के प्रक्षेपण केंद्र से 08 दिसंबर 2018 को लॉन्ग मार्च 3बी रॉकेट के जरिये किया गया था। चीन को 03 जनवरी को 2019 को सफलता हासिल हुई। ये यान अपने साथ एक रोवर भी लेकर गया है। लो फ्रीक्वेंसी रेडियो एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेशन की मदद से चांद के इस हिस्से के बारे में पता लगाएगा।
चंद्र अभियान चांग ई-4 का नाम चीनी पौराणिक कथाओं की चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है। इस मिशन के तहत वहां की भू-संरचनाओं व घाटियों का अध्ययन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चांद पर मौजूद खनिजों और उसकी सतह की संरचना का भी पता लगाया जाएगा। इस यान के साथ चार विशेष वैज्ञानिक उपकरण भी भेजे गए हैं जिनका इस्तेमाल मिशन के दौरान किया जाएगा।
पृथ्वी से ना दिखाई देने के कारण चांद के उस हिस्से से सीधे संचार स्थापित करना लगभग नामुमकिन है। इसी कारण चांग ई-4 से संपर्क स्थापित करने के लिए एक सेटेलाइट भी लांच किया गया है। क्यूकिआओ नाम का यह सेटेलाइट मई 2018 में लॉन्च कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि चंद्रमा का आगे वाला हिस्सा हमेशा धरती के सम्मुख होता है और वहा कई समतल क्षेत्र हैं। इस पर उतरना आसान होता है, लेकिन इसकी दूसरी ओर की सतह का क्षेत्र पहाड़ी और काफी ऊबड़-खाबड़ है।
🌟 केंद्र सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय को स्वीकृति प्रदान की I 🌟
हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेन्द्रण मोदी की अध्यिक्षता में केन्द्री य मंत्रिमंडल ने 02 जनवरी 2019 को बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के विलय के लिए विलय योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। बैंक ऑफ बड़ौदा हस्तां्तरण प्राप्तकर्ता बैंक होगा और विजया बैंक तथा देना बैंक हस्तांीतरणकर्ता बैंक होंगे। भारत में पहली बार बैंकों का यह त्रिपक्षीय विलय होगा। विलय के बाद यह बैंक भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक होगा।
🌟 मशहूर क्रिकेट प्रशिक्षक रमाकांत आचरेकर का निधन l 🌟
हाल ही में, दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर का 02 जनवरी 2019 को निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। उन्होंने मुंबई स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थे। वे सचिन तेंदुलकर के अलावा विनोद कांबली, प्रवीण आमरे, समीर दीघे समेत कई मशहूर खिलाड़ियों को भी प्रशिक्षण दे चुके थे। आचरेकर को क्रिकेट में दिए योगदान के लिए साल 2010 में पद्म श्री (देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) और द्रोणाचार्य पुरस्कार (1990 में) से सम्मानित किया गया था। उन्हें 12 फरवरी 2010 को भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच गैरी कर्स्टन द्वारा “लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड द्वारा खेल में विभिन्न श्रेणियों के लिए दिए गए पुरस्कारों का हिस्सा था।
🌟 विश्व भर में पहला ‘ब्रेल दिवस (Brail Day)’ मनाया गया l 🌟
हाल ही में, दुनियाभर में 04 जनवरी 2019 को पहला अंतरराष्ट्रीय ब्रेल दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिवस के लिए 06 नवम्बर 2018 को प्रस्ताव पारित किया था। आज ही के दिन ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुइस ब्रेल का जन्म दिवस है इसलिए 04 जनवरी को ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाना तय किया गया। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार विश्व भर में लगभग 39 मिलियन लोग देख नहीं सकते जबकि 253 मिलियन लोगों में कोई न कोई दृष्टि विकार है। विश्व ब्रेल दिवस का उद्देश्य दृष्टि-बाधित लोगों के अधिकार उन्हें प्रदान करना तथा ब्रेल लिपि को बढ़ावा देना है।