આ બ્લોગમાં વર્તમાનપત્રો, મેગેઝિનો, વિકીપીડીયા,GK ની વેબસાઇટો, વગેરે માધ્યમોનો સંદર્ભ તરીકે ઉપયોગ કરવામા આવેલ છે જે માટે સૌનો હ્રદયપૂર્વક આભાર વ્યક્ત કરુ છુ.બ્લોગથી મને લેશમાત્ર આવક નથી.જેની નોંધ લેશો.

Wednesday, 5 August 2015

♥ HISTORY OF CAMERA ( HINDI ) ♥

→ दोस्तों, क्या आपको पता है कि कैमरा आखिर आया कहां से और क्या यह पहले भी ऐसा ही था? इस नए कॉलम में आइए हम आपको बताएंगे कुछ इंवेंशन्स की हिस्ट्री... इस बार जानेंगे कैमरे का अब तक का सफर...

कैसा रहा कैमरे का इतिहास

फोटोग्राफी की अलग-अलग पीढिय़ों में कैमरा भी बदलता रहा है, जैसे-कैमरा अब्सकर, कैलोटाइप, ड्राइ प्लेट्स, फिल्म और डिजिटल कैमरा। आजकल मोबाइल के साथ-साथ कई डिवाइसेस में कैमरा लगा आता है, क्योंकि आज के समय में हम सब हर पल को यादगार बना लेना चाहते हैं।

कैमरा अब्सकर

18वीं सदीं में जब कैमरे नहीं थे, तो किसी इमेज को ट्रेस करने के लिए इसका इस्तेमाल होता था। पहले कैमरे लगभग कमरे के आकार के होते थे। समय के साथ इनके मॉडल बदलते गए और ये छोटे होते गए। 1816 में निप्से ने कैमरा इमेज की पहली फोटोग्राफ निकाली।

कैलोटाइप्स

निप्से की मौत के बाद 1839 में उनके पार्टनर लुईस डैगुरे ने पहला प्रैक्टिकल फोटोग्राफिक प्रोसेस बनाया। जिसे उन्होंने डैगुरियोटाइप नाम दिया। 1840 में हैनरी फॉक्स ने कैलोटाइप्स नाम की एक नई प्रोसेस विकसित की, इससे एक ही फोटो की कई सारी कॉपीज बनाई जा सकती थीं।

फिल्म

जॉर्ज ईस्टमैन ने पहली बार पेपर फिल्म का यूज किया। उनके पहले कैमरे को उन्होंने 'कॉडेक' नाम दिया, जो 1888 में मार्केट में आया। इसमें 100 पिक्चर्स भी लिए जा सकते थे और खत्म होने पर फिल्म को बदला जा सकता था। कैमरा फिल्म के इस्तेमाल से ही मूवी कैमरा का आविष्कार हुआ।

टीएलआर और एसएलआर

पहला रिफ्लैक्स कैमरा 1928 में टीएलआर के रूप में आया। यह काफी पॉपुलर हुआ। सन् 1933 में एसएलआर का डिजाइन बनना शुरू हुआ, जिसमें 127 रॉलफिल्म लगी हुई थीं। 3 साल बाद 135 फिल्म्स के साथ एक नया मॉडल आया।

ड्राइ प्लेट्स

1855 में ड्राइ प्लेट्स का इस्तेमाल हुआ। १८७४ में रिचर्ड लीच मैडोक्स ने कैमरे को हाथ में लेने में सुविधा हो उस आकार का कर दिया। इसके साथ ही डिटेक्टिव कैमरा जैसे पॉकेट वॉच, हैट आदि में लगाए जाने वाले कैमरों का भी आविष्कार होने लगा।

पोलारॉइड मॉडल

1948 में एक बिल्कुल ही नया कैमरा आया, जिसे एडविन लैंड ने बनाया। इसमें इंस्टैंट यानी तुरंत पिक्चर्स निकल आते थे।

डिजिटल कैमरा

डिजिटल कैमरा पहले के सभी कैमरे से अलग थे। इनमें फिल्म का इस्तेमाल नहीं होता था। इनमें फोटो डिजिटल मैमोरी कार्ड में सेव होता था। बाद में इनमें ब्लूटूथ, वाईफाई आदि से फोटो शेयर की सुविधा भी मिलने लगी। इनकी लो कॉस्ट की वजह से इनका इस्तेमाल फोन में भी किया जाता है। सन् 2000 में जापान में विश्व का पहला कैमरा फोन बना।

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.