→ युरेनस सूर्य से दूरी अनुसार सांतवा ग्रह है। यह व्यास अनुसार तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है जबकि द्रव्यमान में चौथा। युरेनस नेपच्चुन से आकार में बड़ा है परंतु द्रव्यमान में कम है।
••• ♥ ग्रह की रूपरेखा ♥ •••
★ सूर्य से दूरी : 287 करोड़ 6 लाख 58 हज़ार 186 किलोमीटर या 19.22 AU ( 1 AU = पृथ्वी से सूर्य की दूरी)
★ ज्ञात उपग्रह : 27
★ द्रव्यमान : 86,81,030 अरब किलोग्राम
★ भू - मध्य रेखीए व्यास : 51,118 किलोमीटर
★ ध्रुवीय व्यास : 49,964 किलोमीटर
★ भू-मध्य रेखा की लम्बाई : 159,354 किलोमीटर
★ एक साल : पृथ्वी के 84.2 साल या 30,685.15 दिन के बराबर
★ सतह का तापमान : -197°C
★ खोज तिथि : 13 मार्च 1781, विलीयम हर्शेल द्वारा
♦ युरेनस आधुनिक युग में खोजा जाने वाला सबसे पहला ग्रह है। यह बुद्ध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि के मुकाबले पृथ्वी से बहुत ज्यादा दूरी पर स्थित है, जिस कारण इसे नंगी आँखो से आसानी से नही देखा जा सकता। जॉन फ्लेमस्टीन ने इस ग्रह को सबसे पहले रिकार्ड किया था परन्तु उस समय उन्होंने इसे तारा समझ कर उपेक्षित कर दिया और इसे '34 टौरी' नाम के तारे के रूप में वर्गीकृत कर दिया। 13 मार्च 1781 को विलियम ह्रशेल ने अपनी दूरबीन से इसे देखर बताया कि यह तारा नही बल्कि ग्रह है। उन्होंने पहले भी इसे देखा था पर फ्लेमस्टीन की तरह ही इसे एक तारा समझ लिया था। वह इसे 'किंग जार्ज तीसरे' के नाम पर 'George's star' नाम देना चाहते थे परन्तु खगोलशास्त्री बोडे ने ग्रीक मिथको के देवताओ के नाम पर ग्रहो के नामकरण की परंपरानुसार इसे युरेनस नाम दिया। ग्रीक कथाओ में युरेनस स्वर्ग का राजा है।
♦ युरेनस अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर 17 घंटे और 14 मिनट में पूरा करता है। यह पृथ्वी समेत बाकी सभी ग्रहों से उल्ट दिशा में अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर लगाता है। युरेनस पूर्व से पश्चिम की और घूमता है जबकि पृथ्वी समेत बाकी अन्य ग्रह पश्चिम से पूर्व की ओर घूमते हैं।
♦ युरेनस ग्रह का अक्ष(धुरी) सौर मंडल के प्रतल के सामान है जिससे यह प्रतीत होता है कि यह सूर्य की परक्रिमा लुढ़कते हुए कर रहा है। इस कारण से इसका एक ध्रुव 42 साल सूर्य के सामने रहता है जब कि दूसरा 2 साल अंधेरे में।
♦ युरेनस को 'ice giant' ग्रह के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह मुख्यत विभिन्न तरह की बर्फ से बना है। इसके सिवाए यह चट्टानो, हाईड्रोजन और थोड़ी मात्रा में हीलीयम का बना हुआ है। इसके वातावरण में 83% हाईड्रोजन, 15% हीलीयम और 2% मिथेन है।
♦ भले ही नेपच्चुन ग्रह युरेनस से ज्यादा दूरी पर स्थित है पर फिर भी युरेनस नेपच्चुन समेत बाकी सभी ग्रहों से ज्यादा ठंडा है। इसके वायुमंडल का औसतन तापमान कम से कम -224°C है।
♦ अब तक लिए गए चित्रों में युरेनस का रंग नीला दिखता है। इसका कारण है लाल रंग को इसके ऊपरी भाग में मौजूद मिथेन द्वारा सोखे जाना।
♦ युरेनस ग्रह के ऊपर मौजूद मीथेन के नीचे बादलों की पट्टियां है। यह पट्टियां ऊपर स्थित मीथेन की वजह से आसानी से नही देखी जा सकती है, पर वायेजर 2 द्वारा लिए गए चित्रों में इन्हें ध्यान से दखने पर देखा जा सकता है।
♦ हब्बल दूरबीन द्वारा युरेनस और उसके वलयो का लिया गया चित्र (Image credit - Hubble)
♦ अन्य गैस ग्रहों की तरह युरेनस के भी वलय है। इसके अब तक 13 ज्ञात वलयों की खोज हो चुकी है। इसके वलय शनि की तरह चमकदार नही है बल्कि धुंधले है। शनि ग्रह के बाद सबसे पहले युरेनस के वलय ही देखे गए थे, जिससे यह पता चला कि सभी गैसी ग्रहो के वलय होते है। शनि का इसमें एकाधिकार नही है।
♦ अब तक युरेनस के 27 चंन्द्रमा खोजे जा चुके है। इनसे में से 5 बड़े है जबकि बाकी के छोटे। लेकिन यदि इन सबके द्रव्यमान को जोड़ दिया जा तो वह नेपच्चुन के सबसे बड़े चांद ट्रीटोन के द्रव्यमान के आधे से भी कम होगा। युरेनस के सबसे बड़े चंन्द्रमा टीटानिया का व्यास पृथ्वी के चंद्रमा के व्यास का लगभग आधा है। वैज्ञानिको का अनुमान है कि युरेनस के वलयो के बीच और भी चंद्रमा हो सकते है।
♦ युरेनस के जो उपग्रह है उनके नाम शेक्सपीयर और अलैंग्जैंड़र पोप की रचनाओं के पात्रों के नाम ऊपर रखे गए हैं।
♦ युरेनस को पृथ्वी पर से नंगी आँखो से आसानी से तो नही पर कभी-कभी रात के साफ़ आसमान से देखा जा सकता है। परंतु बाइनाकुलर या छोटी दूरबीन से इसे आसानी से देखा जा सकता है।
♦ अभी तक केवल एक अंतरिक्ष यान ही युरेनस ग्रह पर गया है। नासा का वायेजर 2 जनवरी 1986 में युरेनस के पास पुहँचा। यह युरेस की सतह से 81,000 किलोमीटर ऊपर इसके चक्कर लगाने लगा। इसने इस ग्रह के 11 छोटे चंद्रमाओं को खोजा। इसने युरेनस, इसके उपग्रहो और वलयो( छल्लों) की हजारों तस्वीरे भेजी।
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