આ બ્લોગમાં વર્તમાનપત્રો, મેગેઝિનો, વિકીપીડીયા,GK ની વેબસાઇટો, વગેરે માધ્યમોનો સંદર્ભ તરીકે ઉપયોગ કરવામા આવેલ છે જે માટે સૌનો હ્રદયપૂર્વક આભાર વ્યક્ત કરુ છુ.બ્લોગથી મને લેશમાત્ર આવક નથી.જેની નોંધ લેશો.

Wednesday, 5 August 2015

♥ बिल्ली ♥

→ दोस्तों, 8 अगस्त को है 'वर्ल्ड कैट- डे'। वर्ल्ड कैट-डे के बहाने हम जानेंगे बिल्लियों के जीवन के बारे में कुछ खास बातें, चलिए जानें कैसा है उनका जीवन...

 
★ मनुष्य ने करीब 10 हजार साल पहले से बिल्लियों को पालना शुरू कर दिया था। आज भी खेतों में फसलों और गोदामों में रखे अनाज को चूहों आदि से बचाने के लिए इन्हें पाला जाता है।

 
★ एक रिसर्च में पाया गया है कि बिल्ली के अंदर कई ऐसे परजीवी(पैरासाइट्स) होते हैं, जो मनुष्य के दिमाग और व्यवहार को प्रभावित करते हैं। दरअसल, चूहे को खाने की वजह से बिल्ली के पेट में टाक्साप्लाज्मा पैरासाइट पहुंच जाता है। यह पैरासाइट बिल्ली से इंसानों तक भी पहुंच जाता है।

 
★ बिल्लियों का पसीना उनके पंजों से निकलता है।

 
★ बिल्लियों की सुनने की शक्ति कुत्ते की सुनने की शक्ति से अधिक होती है।

 
★ बिल्लियां रोजाना 13-14 घंटे सोकर अपनी एनर्जी बचाती हैं।

 
★ ऊंचाई से गिरने के बावजूद अपने शरीर को चोटों से बचाने की ताकत बिल्ली को जन्म से ही मिली होती है और उसका 'सेंस ऑफ बैलेंस' इतना अच्छा होता है कि उसे ज्यादा चोट नहीं लगती।

 
★ बिल्ली कम रोशनी, यहां तक कि अंधेरे में भी देख सकती है।

 
★ बिल्लियां अपना ज्यादातर समय अपने शरीर को चाटते हुए साफ करने में बिताती हैं।

 
★ बिल्लियों के समूह को 'क्लाउडर' कहा जाता है। मेल कैट को 'टॉम' और फीमेल कैट को 'मॉली' या 'क्वीन'।

 
★ क्या आप यह बात मानेंगे कि दूध पीना बिल्ली के‍ स्वास्थ्य के लिए खराब होता है? सच तो यह है कि दूध में लैक्टोज होता है और ये लैक्टोज को पचा ही नहीं पाती हैं।

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.