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Friday, 15 May 2015

♥ सिंधु घाटी सभ्यता ♥

→ सिंधु घाटी सभ्यता (3300-1700 ई.पू.) विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता थी I यह हड़प्पा सभ्यता और सिंधु-सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जानी जाती है l इसका विकास सिंधु और घघ्घर/हकड़ा (प्राचीन सरस्वती) के किनारे हुआ l मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा इसके प्रमुख केंद्र थे l

★ रेडियो कार्बन c14 जैसी विलक्षण - पद्धति के द्वारा सिंधु घाटी सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2350 ई पू से 1750 ई पूर्व मानी गई है l

★ सिंधु सभ्यता की खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने की l

★ सिंधु सभ्यता को प्राक्ऐतिहासिक
(Prohistoric) युग में रखा जा सकता है l

★ इस सभ्यता के मुख्य निवासी द्रविड़ और भूमध्यसागरीय थे I

★ सिंधु सभ्यता के सर्वाधिक पश्चिमी पुरास्थल सुतकांगेंडोर (बलूचिस्तान), पूर्वी पुरास्थल आलमगीर ( मेरठ), उत्तरी पुरास्थल मांदा ( अखनूर, जम्मू
कश्मीर) और दक्षिणी पुरास्थल दाइमाबाद (अहमदनगर, महाराष्ट्र) हैं l

★ सिंधु सभ्यता सैंधवकालीन नगरीय सभ्यता थी l सैंधव सभ्यता से प्राप्त परिपक्व अवस्था वाले स्थलों में केवल 6 को ही बड़े नगरों की संज्ञा दी गई है I ये
हैं: मोहनजोदड़ों, हड़प्पा, गणवारीवाला, धौलवीरा, राखीगढ़ और कालीबंगन l

★ हड़प्पा के सर्वाधिक स्थल गुजरात से खोजे गए हैं l

★ लोथल और सुतकोतदा-सिंधु सभ्यता का बंदरगाह था l

★ जुते हुए खेत और नक्काशीदार ईंटों के प्रयोग का साक्ष्य कालीबंगन से प्राप्त हुआ है l

★ मोहनजोदड़ो से मिले अन्नागार शायद सैंधव सभ्यता की सबसे बड़ी इमारत थी l

★ मोहनजोदड़ो से मिला स्नानागार एक प्रमुख स्मारक है, जो 11.88 मीटर लंबा, 7 मीटर चौड़ा है l

★ अग्निकुंड लोथल और कालीबंगा से मिले हैं l

★ मोहनजोदड़ों से प्राप्त एक शील पर तीन मुख वाले देवता की मूर्ति मिली है जिसके चारो ओर हाथी, गैंडा, चीता और भैंसा थे l

★ हड़प्पा की मोहरों में एक ऋगी पशु का अंकन मिलता है l

★ मोहनजोदड़ों से एक नर्तकी की कांस्य की मूर्ति मिली है I

★ मनके बनाने के कारखाने लोथल और चन्हूदड़ों में मिले हैं l

★ सिंधु सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक है l यह लिपि दाई से बाईं ओर लिखी जाती है l

★ सिंधु सभ्यता के लोगों ने नगरों और घरों के विनयास की ग्रिड पद्धति अपनाई थी, यानी दरवाजे पीछे की ओर खुलते थे l

★ सिंधु सभ्यता की मुख्य फसलें थी गेहूं और जौ l

★ सिंधु सभ्यता को लोग मिठास के लिए शहद का इस्तेमाल करते थे l

★ रंगपुर और लोथल से चावल के दाने मिले हैं l जिनसे धान की खेती का प्रमाण मिला है l

★ सरकोतदा, कालीबंगा और लोथल से सिंधुकालीन घोड़ों के अस्थिपंजर मिले हैं l

★ तौल की इकाई 16 के अनुपात में थी l

★ सिंधु सभ्यता के लोग यातायात के लिए बैलगाड़ी और भैंसागाड़ी का इस्तेमाल करते थे.

★ मेसोपोटामिया के अभिलेखों में वर्णित मेलूहा शब्द का अभिप्राय सिंधु सभ्यता से ही है l

★ हड़प्पा सभ्यता का शासन वणिक वर्ग को हाथों में था l

★ सिंधु सभ्यता के लोग धरती को उर्वरता की देवी मानते थे और पूजा करते थे l

★ पेड़ की पूजा और शिव पूजा के सबूत भी सिंधु सभ्यता से ही मिलते हैं l

★ स्वस्तिक चिह्न हड़प्पा सभ्यता की ही देन है l इससे सूर्यपासना का अनुमान लगाया जा सकता है l

★ सिंधु सभ्यता के शहरों में किसी भी मंदिर के अवशेष नहीं मिले हैं l

★ सिंधु सभ्यता में मातृदेवी की उपासना होती थी l

★ पशुओं में कूबड़ वाला सांड, इस सभ्यता
को लोगों के लिए पूजनीय था l

★ स्त्री की मिट्टी की मूर्तियां मिलने से ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि सैंधव सभ्यता का समाज
मातृसत्तात्मक था l

★ सैंधव सभ्यता के लोग सूती और ऊनी वस्त्रों का इस्तेमाल करते थे

★ मनोरंजन के लिए सैंधव सभ्यता को लोग मछली पकड़ना, शिकार करना और चौपड़ और पासा खेलते थे l

★ कालीबंगा एक मात्र ऐसा हड़प्पाकालीन स्थल था, जिसका निचला शहर भी किले से घिरा हुआ था l

★ सिंधु सभ्यता के लोग तलवार से परिचित नहीं थे l

★ पर्दा-प्रथा और वैश्यवृत्ति सैंधव सभ्यता में प्रचलित थीं l

★ शवों को जलाने और गाड़ने की प्रथाएं प्रचलित थी l हड़प्पा में शवों को दफनाने जबकि मोहनजोदड़ों में जलाने की प्रथा थी l लोथल और कालीबंगा में
काफी युग्म समाधियां भी मिली हैं l

★ सैंधव सभ्यता के विनाश का सबसे बड़ा
कारण बाढ़ था l

★ आग में पकी हुई मिट्टी को टेराकोटा कहा जाता है l

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